मठरी एक उत्तर भारतीय स्नैक्स है जिसे चाय कॉफी आदि के साथ सर्व किया जाता है। इसके अलावा मठरी कई अन्य तरीकों से भी बनाई जाती है। राजस्थान...
मठरी एक उत्तर भारतीय स्नैक्स है जिसे चाय कॉफी आदि के साथ सर्व किया
जाता है। इसके अलावा मठरी कई अन्य तरीकों से भी बनाई जाती है। राजस्थान में
पूजा और कुछ समारोहों के दौरान खास तरह की मसाला मठरी का प्रयोग किया जाता
है। यह एक खस्ता और कुरकुरा सूखा स्नैक्स है जिसे कई दिनों तक रखकर
इस्तेमाल कर सकते हैं। आइये जानें मठरी बनाने की विधि (mathari banane ki
vidhi)
तैयारी में लगने वाला समय (Preparation time): 1 घंटा
पकाने में लगने वाला समय (Cooking time): 20-25 मिनट
तैयार परोसें (Servings): 2-3 लोगों के लिए
अब गूँथे हुये मैदे के मिश्रण के गोल हिस्से कर लें और इन्हें हाथ से गोल बना कर चपटा आकार दें। इस सभी गोलों को एक समान आकार देते हुये तलने के लिए रखें। अब एक पैन या कड़ाही में घी गरम करें और घी गरम हो जाने पर उसमें मठरी को डालें, आंच को मीडियम करते हुये तलें, अगर ज़रूरत हो तो आंच कम की जा सकती है। इसे ब्राउन न होने दें और हल्का सुनहरा दिखने तक ही तलें। इसे तेल से निकाल कर ठंडा होने दें और पूरी तरह ठंडा हो जाने के बाद किसी एयर टाइट डिब्बे में बंद कर के रखें। इस मठरी को आप 2 से 3 हफ्तों तक इस्तेमाल कर सकते हैं।
अन्य सूखे मसाले मिलाकर आप इसी विधि से प्लेन मठरी की जगह मसाला मठरी भी बना सकते हैं।
मठरी को स्टोर करने के लिए सूखे और एयर टाइट बॉक्स का प्रयोग करें।
स्वाद (Taste) : कुरकुरा नमकीन
परोसने के उत्कृष्ट तरीके (Best ways of serving of crispy mathri recipe)
मठरी एक खस्ता रेसिपी है जिसे चाय या कॉफी के साथ सर्व किया जा सकता है।
तैयारी में लगने वाला समय (Preparation time): 1 घंटा
पकाने में लगने वाला समय (Cooking time): 20-25 मिनट
तैयार परोसें (Servings): 2-3 लोगों के लिए
मठरी बनाने के लिए सामग्री (Ingredients for mathari recipe)
- मैदा 2 कप
- सूजी ¼ कप
- काली मिर्च (दरदरी पीसी) ½ चम्मच
- दही 2 चम्मच
- नमक 2 चम्मच
- बेकिंग पाउडर 1/8 चम्मच
- घी या तेल 4 चम्मच
- गुनगुना पानी ½ कप
- घी (तलने के लिए)
मठरी बनाने की विधि हिन्दी में (Mathari banane ki vidhi Hindi me)
मठरी बनाने के लिए मैदा, सूजी, नमक, काली मिर्च और बेकिंग पाउडर को एक पात्र में मिक्स कर लें। काली मिर्च को कूट कर दरदरा बना लें और इस्तेमाल करें। अब इस मिश्रण में घी या तेल मिलाएँ और इसे हाथों की सहायता से अच्छी तरह मिक्स कर लें ताकि घी या तेल के अंश सूखे मिश्रण में मिल जाएइनूस्के बाद इसमें दही को फेंटकर डालें और गुनगुना पानी धीरे धीरे डालते हुये इसे गूँथ लें। इसे नर्म न गूँथे और गूँथने के बाद इसे एक गीले कपड़े से लगभग आधे घंटे के लिए ढककर रख दें।अब गूँथे हुये मैदे के मिश्रण के गोल हिस्से कर लें और इन्हें हाथ से गोल बना कर चपटा आकार दें। इस सभी गोलों को एक समान आकार देते हुये तलने के लिए रखें। अब एक पैन या कड़ाही में घी गरम करें और घी गरम हो जाने पर उसमें मठरी को डालें, आंच को मीडियम करते हुये तलें, अगर ज़रूरत हो तो आंच कम की जा सकती है। इसे ब्राउन न होने दें और हल्का सुनहरा दिखने तक ही तलें। इसे तेल से निकाल कर ठंडा होने दें और पूरी तरह ठंडा हो जाने के बाद किसी एयर टाइट डिब्बे में बंद कर के रखें। इस मठरी को आप 2 से 3 हफ्तों तक इस्तेमाल कर सकते हैं।
सुझाव एवं समीक्षा (Suggestions and reviews for mathari recipe in Hindi)
मठरी को कम आंच पर ही तलना बेहतर होता है नहीं तो कई बार तेज आंच में मठरी का रंग बाहर तो सुनहरा दिखाई देता है लेकिन अंदर से यह कच्ची रह जाती है।अन्य सूखे मसाले मिलाकर आप इसी विधि से प्लेन मठरी की जगह मसाला मठरी भी बना सकते हैं।
मठरी को स्टोर करने के लिए सूखे और एयर टाइट बॉक्स का प्रयोग करें।
स्वाद (Taste) : कुरकुरा नमकीन
परोसने के उत्कृष्ट तरीके (Best ways of serving of crispy mathri recipe)
मठरी एक खस्ता रेसिपी है जिसे चाय या कॉफी के साथ सर्व किया जा सकता है।
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