नाक में होने वाली गठिया कई लोगों में पाई जाती है। यह नाक की अंदरूनी जगह में होती है। जो लोग इस नाक के रोग से परेशान होते हैं उनके ना...

नाक
में होने वाली गठिया कई लोगों में पाई जाती है। यह नाक की अंदरूनी जगह में
होती है। जो लोग इस नाक के रोग से परेशान होते हैं उनके नाक में हमेशा
जेली की तरह कुछ पदार्थ पाया जाता है। इसके कारण नाक में रूकावट, दर्द और
सूजन होती है। यह गठिया कर्करोग का लक्षण नहीं होता पर इस समस्या के कारण
लोगों के जीवन पर काफी असर होता है।
जिन लोगों को सर्दी की समस्या होती है, वे नाक बंद होने का भी शिकार होते हैं। अगर आप भी उनमें से एक हैं तो आपको नाक के गठिये की समस्या हो सकती है। यह एक जेली (jelly) जैसा तत्व है जो आपकी नाक के अन्दर गाढ़े रूप में जमा हो जाता है। इससे नाक बंद होने और चिडचिडेपन की समस्या उत्पन्न होती है। जब आप दफ्तर में या किसी कार्यक्रम में लोगों के सामने आते हैं तो नाक का गठिया आपको शर्मसार कर देता है। इस बात की काफी संभावना होती है कि आपके साँस लेते और छोड़ते समय नाक का गठिया बाहर आ जाए। नाक से कोई चीज़ बहारने से शर्मनाक कुछ नहीं हो सकता। इस स्थिति में आप कुछ घरेलू नुस्खों का प्रयोग कर सकते हैं।
नाक में जो श्लेष्मा बढती है उसका हल्दी के अद्भुत गुणों की वजह से इस्तेमाल करके उपाय किया जाता है। हल्दी के इस्तेमाल का एक सही तरीका होता है। 1 छोटा चम्मच हल्दी को गरम दूध में मिलाकर लें। हर दिन सुबह एक बार और रात में एक बार यह दूध लें। इस उपाय से नाक की गठिया का आकार कम होता है और राहत मिलती है।
जिन लोगों को सर्दी की समस्या होती है, वे नाक बंद होने का भी शिकार होते हैं। अगर आप भी उनमें से एक हैं तो आपको नाक के गठिये की समस्या हो सकती है। यह एक जेली (jelly) जैसा तत्व है जो आपकी नाक के अन्दर गाढ़े रूप में जमा हो जाता है। इससे नाक बंद होने और चिडचिडेपन की समस्या उत्पन्न होती है। जब आप दफ्तर में या किसी कार्यक्रम में लोगों के सामने आते हैं तो नाक का गठिया आपको शर्मसार कर देता है। इस बात की काफी संभावना होती है कि आपके साँस लेते और छोड़ते समय नाक का गठिया बाहर आ जाए। नाक से कोई चीज़ बहारने से शर्मनाक कुछ नहीं हो सकता। इस स्थिति में आप कुछ घरेलू नुस्खों का प्रयोग कर सकते हैं।
क्या है नेजल पोलिप? (How nasal polyps forms?)
नाक में गठिया / नेजल पोलिप होने का कारण अतिरिक्त श्लेष्मा के रिसाव का परिणाम होता है। यह श्लेष्मा जमकर आकार में बढ़कर तकलीफ देता है। कुछ लोगों को स्टेरॉयड लेकर राहत मिलती है। इसका उपाय न किया जाए तो नाक को नुकसान हो सकता है।नाक की गठिया पर घरेलू उपाय (Home remedies to cure nasal polyps)
अगर आपको दवाई से राहत न मिलती हो तो कुछ घरेलू पदार्थों का उपाय के रूप में इस्तेमाल करके देखें। कुछ ऐसे उपाय नीचे दिए गए हैं।लहसुन (Garlic se sinusitis ka ilaj)
लहसुन प्राकृतिक रूप में मसाले का घटक है जो अनेक रोगों के लिए उपाय के रूप में काम करता है। इसमें सूजनरोधक और कीटाणुरोधक गुण होते हैं। लहसुन के इस्तेमाल से नाक में जमी हुई श्लेष्मा घुल जाती है। लहसुन के एंटीऑक्सीडेंट गुण हर प्रकार के संक्रमण को दूर करते हैं।डन्डेलिअन – सिंहपर्णी (Dandelion)
नाक की गठिया को रोकने के लिए सिंहपर्णी का हर रोज उपयोग कर सकते हैं। इसमें विटामिन सी की उच्च मात्रा होती है जो बलगम को कम करने में मदद करती है। इसके अन्य पोषक तत्व नाक के गठिया के उपाय में प्रभावी है और नाक के वायुमार्ग को खोलते हैं।हल्दी (Turmeric se naak ki sabse kharab bimari)
हल्दी प्राकृतिक रूप में पाई जाने वाली औषधी है जिसके अच्छे रोगाणुरोधक गुण हैं। इसमें कई प्रकार के रोगों का उपाय करने के गुण हैं। इसके सूजनरोधक गुण नाक की गठिया का उपाय करने में मदद करते हैं। इसके नाक का मार्ग खोलने के गुणों की वजह से हल्दी प्राकृतिक रूप में अच्छी तरह से काम करता है।नाक में जो श्लेष्मा बढती है उसका हल्दी के अद्भुत गुणों की वजह से इस्तेमाल करके उपाय किया जाता है। हल्दी के इस्तेमाल का एक सही तरीका होता है। 1 छोटा चम्मच हल्दी को गरम दूध में मिलाकर लें। हर दिन सुबह एक बार और रात में एक बार यह दूध लें। इस उपाय से नाक की गठिया का आकार कम होता है और राहत मिलती है।
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