India में क्षेत्र और राज्यों से संबंधित बहुत सारी chicken breeds विद्यमान हैं, और इन नस्लों की अपनी अपनी विशेषताएं हैं | Poultry Farm busin...
India में क्षेत्र और राज्यों से संबंधित बहुत सारी chicken breeds विद्यमान हैं, और इन नस्लों की अपनी अपनी विशेषताएं हैं | Poultry Farm business
कर रहे उद्यमी और इच्छुक उद्यमी को chicken breeds की Information होना
बेहद जरुरी है, क्योंकि नस्लों की जानकारी ही उद्यमी को उसके बिज़नेस के लिए
अच्छी Productive नस्ल का चुनाव करने में मदद करेगी | हालांकि हमने अब तक
मुर्गी पालन व्यवसाय से सम्बंधित अनेक विषयों जैसे प्रशिक्षण केंद्र, बैंक ऋण, यह बिज़नेस शुरू करने की प्रक्रिया, इस व्यवसाय को करने में होने वाला खर्चा और कमाई, इनके खाने के बिज़नेस के बारे में और सब्सिडी स्कीम
इत्यादि पर लेख लिख चुके हैं | यही कारण है की हमारे पाठकों द्वारा
Poultry अर्थात chicken breeds के बारे में जानने की इच्छा व्यक्त की गई,
जिसका जवाब हम इस पोस्ट के माध्यम से देने की कोशिश करेंगे | मुर्गियों की
शुद्ध देशी नस्ल की बात करें, तो इनमे मुख्य रूप से ये नस्लें हैं जिनका
विवरण निम्नवत है |
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Asil (Aseel) chicken Breeds:
- इस प्रकार की नस्ल की मुर्गी मुर्गियां बहुत कम उम्र से ही आपस में लड़ना शुरू कर देती हैं | और परिपक्व होने पर यह अपनी मृत्यु होने तक लड़ सकती हैं |
- मानवता के प्रति इनका व्यवहार काफी विश्वासप्रद होता है, अर्थात भोजन का प्रलोभन दिए बिना भी इन्हें आसानी से अपने पास बुलाया जा सकता है |
- इस chicken breeds की बहुत सारी किस्में जैसे पीली, याकूब, नूरी, कगार, चिता, जावा, सब्जा, टीकर और रेज़ा India में पाई जाती हैं |
- इस प्रकार की नस्ल की मुर्गे मुर्गियों में उच्च सहनशक्ति, चालुगिरी और विरोधी को लड़ाई में छका देने की क्षमता पाई जाती है |
- इस नस्ल के मुर्गे मुर्गियों की लम्बी गर्दन, मजबूत पैर, चमकदार बाल होते हैं |
- इस chicken breeds की अंडे देने की क्षमता काफी कम होती है, लेकिन फिर भी यह सब Asil की किस्म पर निर्भर करता है |
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Kadaknath Chicken breeds:
- इस नस्ल की मुर्गी मुर्गियों का meat काले रंग का स्वादिष्ट meat होता है, जिसे अनेकों Homeopathy एवं Allopathic दोनों प्रकार की दवाएं बनाने के उपयोग में लाया जाता है |
- इस नस्ल की प्रमुख किस्मे जेट ब्लैक, penciled और Golden हैं |
- इस नस्ल की मुर्गी मुर्गियों के Meat में 25% तक प्रोटीन विद्यमान रहता है, जो अन्य किसी poultry meat से अधिक है इसके अलावा इसमें बहुत कम मात्रा में Cholesterol लगभग 05% जबकि अन्य में यह मात्रा 25% तक रहती है |
- इस नस्ल के मुर्गे मुर्गियों के त्वचा, चोंच, पैर की अँगुलियों और टांगों का रंग स्लेटी होता है |
- जीभ, Comb, wattles बैंगनी रंग के होते हैं |
- मेलेनिन की वजह से आन्तरिक अंगों, नसों, मस्तिष्क इत्यादि का रंग काला होता है |
- चूँकि इस Poultry अर्थात chicken breeds के meat का उपयोग अनेकों दवाओं बनाने में भी किया जाता है | इसलिए Kamai की दृष्टि से यह नस्ल अन्य नस्लों की तुलना में अधिक उपयोगी साबित हो सकती है |
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Chittagong Ya Malay Poultry breed:
- इस नस्ल के मुर्गों का भार जहाँ 5 से 4.5 किलो तक हो सकता है वही मुर्गियों का भार 2.5 से 4 किलो तक हो सकता है |
- इस नस्ल के मुर्गे मुर्गियों की गर्दन तो लम्बी होती है लेकिन wattles बहुत छोटी होती हैं, जिन्हें मुश्किल से देखा जा सकता है |
- इनकी पूंछ की ओर का भाग सिकुड़ा हुआ तो पूंछ छोटी और भरी हुई होती है |
- इस chicken breeds की लोकप्रिय किस्मे सफेद, काले, गहरे भूरे रंग और भूरे रंग की होती हैं |
- पीले रंग के पैर सीधे एवं काफी मजबूत होते हैं |
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GramPriya breeds:
- इस नस्ल का पालन ख़ास तौर पर अंडे लेकिन रंगीन किस्म का पालन अंडे एवं meat दोनों के उत्पादन हेतु किया जा सकता है |
- इस प्रकार की मुर्गियां एक साल में 210 से 225 अंडे देती हैं |
- इसका पालन खुले एरिया में आसानी से किया जा सकता है |
- 12 हफ़्तों में इस प्रकार की मुर्गे मुर्गियों का भार 2 से 1.5 किलो होता है |
- इस नस्ल के मुर्गे का meat तंदूरी चिकन बनाने के लिए जाना जाता है |
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Punjab Brown chicken breed
- इनका पंखों का रंग भूरा, लाल और उन पर काले रंग के धब्बे होते हैं |
- Comb लम्बी और लाल रंग की होती हैं |
- मुर्गे की wattles मुर्गियों की तुलना में बड़ी और लाल होती है |
- मुर्गे का भार 1 से लेकर दो किलो के बीच और मुर्गियों का भार 1 से 1.5 किलो के बीच होता है |
- यह अपनी उम्र के 5 से 7 महीनों में अंडे देना शुरू करती हैं |
- यह 60 से 80 के बीच अंडे देती हैं |
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