बालों की देखभाल हम खासतौर पर तब करते हैं जब हम कहीं बाहर या किसी उत्सव में जा रहे होते हैं। कई महिलाएं अपने बालों की देखभाल सारा सा...
बालों
की देखभाल हम खासतौर पर तब करते हैं जब हम कहीं बाहर या किसी उत्सव में जा
रहे होते हैं। कई महिलाएं अपने बालों की देखभाल सारा साल करती हैं। पर
हममें से कुछ लोगों को अपने बालों की नियमित देखभाल नहीं करनी पड़ती। बालों
की देखभाल करने का अर्थ है शैम्पू (shampoo) और कंडीशनर (conditioner) का
प्रयोग जो बाज़ार में उपलब्ध हैं। पर यह ज़्यादा अच्छा उपचार नहीं है। आजकल
बाज़ार में मिलने वाले शैम्पू रसायनों से भरपूर होते हैं। आपको शुरुआत में
अपने बालों के क्षतिग्रस्त होने का पता नहीं चलेगा, पर धीरे धीरे आप इस बात
को महसूस करेंगी कि आपके बालों में कुछ समस्याएं पैदा हो रही हैं। इन
समस्याओं को दूर करने का सबसे अच्छा उपाय अपने बालों की देखभाल प्राकृतिक
रूप से करना है। इसके लिए आपको प्राकृतिक साबुन की आवश्यकता होती है। सोप
नट या कुंकुदुकई (Kunkudukai) एक बेहतरीन उपाय है जिसके फायदे आपको कुछ
दिनों के प्रयोग के बाद ही दिखने लगते हैं।
• सुनार इसे सोने, चाँदी और दूसरी कीमती धातुओं को चमकाने में इस्तेमाल होता है।
• इसे माइग्रेन, एपिलेप्सी और कोरस के इलाज में इस्तेमाल किया जाता है।
• इसके कीड़े मारने के गुण के कारण इसे जुएँ मारने में भी इस्तेमाल किया जाता है।
• इसे इलायची धोने और इनके रंग और फ्लेवर निखारने में भी इस्तेमाल किया जाता है।
• इसे मिलावटी तेल को साफ करने में के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है।
• रीठा एक प्राकृतिक शैम्पू है।
• यह बालों का झड़ना कम करता है।
• यह बालों और जड़ों को पोषण और कंडिशनिंग देता है।
• बालों की चमक बढ़ाता है।
• उलझे बालों की समस्या दूर करता है जिससे बालों को संभालने में मदद मिलती है।
• यह पूरी तरह से प्राकृतिक है और हानिकारक नहीं होता।
• रूसी और जड़ों के दूसरे इंफेक्शन को दूर करके बालों के बढ़ने में मददगार है।
• शिकाकाई बालों को सिरे से लेकर जड़ों तक पोषण देता है।
• तिल के बीज रक्त कोशिकाओं को पुनर्जन्म देते हैं जिससे बालों को बढ़ने में मदद मिलती है।
• आंवला बालों को मजबूत बनाता है।
• मेथी के बीज सिर और बालों की जड़ों को ठंडा रखते हैं।
• एलोवेरा बालों को मुलायम बनाता है।
• नींबू बालों से रूसी हटाने में मदद करता है।
कुंकुदुकई (Kunkudukai – Balon ke liye reetha)
यह दक्षिण भारत में शैम्पू का प्राकृतिक विकल्प है। यह कई नामों से जाना जाता है जैसे कि कुंकुदुकाया, रिथा, रीठा, अरिथा (हिंदी), या अंथवाल (कन्नड़)।रीठा क्या है? (What is soap nut?)
रीठा मध्यम आकार के एक पर्णपाती पेड़ पर लगता है। फल पकने के बाद रीठा के रूप में बाजारों में बेचा जाता है। इसे साबुन, शैम्पू और डिटर्जेन्ट बनाने में इस्तेमाल किया जाता है। यह फल फंगस और बैक्टीरिया से बचाता है और त्वचा पर नर्म भी है।कुंकुदुकई / रीठा के इस्तेमाल (Uses of Kunkudukai / Kunkudkaya / Soap nuts)
कुंकुदुकई साबुन और शैम्पू में इस्तेमाल किया जाता है और बालों के लिए अच्छा होता है।• सुनार इसे सोने, चाँदी और दूसरी कीमती धातुओं को चमकाने में इस्तेमाल होता है।
• इसे माइग्रेन, एपिलेप्सी और कोरस के इलाज में इस्तेमाल किया जाता है।
• इसके कीड़े मारने के गुण के कारण इसे जुएँ मारने में भी इस्तेमाल किया जाता है।
• इसे इलायची धोने और इनके रंग और फ्लेवर निखारने में भी इस्तेमाल किया जाता है।
• इसे मिलावटी तेल को साफ करने में के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है।
रीठा के गुण – बालों के लिए रीठा के फायदे (Benefits of soap nuts for hair)
• ऐसे कई शैम्पू हैं जिनमें कुंकुदकई का उपयोग किया जाता है। बालों की सफाई के अलावा यह इन्हें मुलायम और स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है।• रीठा एक प्राकृतिक शैम्पू है।
• यह बालों का झड़ना कम करता है।
• यह बालों और जड़ों को पोषण और कंडिशनिंग देता है।
• बालों की चमक बढ़ाता है।
• उलझे बालों की समस्या दूर करता है जिससे बालों को संभालने में मदद मिलती है।
• यह पूरी तरह से प्राकृतिक है और हानिकारक नहीं होता।
• रूसी और जड़ों के दूसरे इंफेक्शन को दूर करके बालों के बढ़ने में मददगार है।
रीठा/ कुंकुदुकई का शैम्पू (How to make reetha/ Kunkudukai shampoo?)
रीठा बाज़ार में आसानी से उपलब्ध है। 100 ग्राम रीठा पानी में भिगोकर लोहे के बर्तन में रात भर रखें। इससे बालों में अतिरिक्त चमक आ जाती है। इस मिश्रण को उबालकर गाढ़ा भी बनाया जा सकता है। इसे छानकर शैम्पू बनाएँ, हवाबंद ज़ार में रखें और कभी भी इस्तेमाल करें। रीठा के पाउडर बनाकर 10-15 मिनट तक पानी में भिगोकर पेस्ट की तरह इस्तेमाल करें और धोने से पहले एक घंटे तक लगाकर रखें।रीठा, रीठा शिकाकाई और दूसरे शैम्पू (Other Shampoos and Soap nuts – reetha ke labh)
शैम्पू से बाल धोना जहाँ आसान है वहीं रीठा से बाल धोने में थोड़ा ज्यादा वक्त लगता है। इसे इस्तेमाल से पहले तैयार करने में वक्त भी लगता है। रीठा आखोँ में चुभता है वहीं शैम्पू सौम्य होता है। शैम्पू में रसायनों की मौजूदगी बालों को नुकसान पहुँचा सकती है। जबकि रीठा बालों की अच्छे से देखभाल करता है। आंवला रीठा शिकाकाई, यह रक्त कोशिकाओं को पुनर्जीवित करके बालों को बढ़ने और रूसी से छुटकारा पाने में मदद करता है।रीठा का उपयोग – बेहतरीन प्राकृतिक सामग्रियों से बना घरेलू शैम्पू (Homemade shampoo by using the best of natural ingredients)
सामग्री (Ingredients)
• कुंकुदुकई / रीठा बालों की सफाई के लिए सर्वश्रेष्ठ जड़ी-बूटी है।• शिकाकाई बालों को सिरे से लेकर जड़ों तक पोषण देता है।
• तिल के बीज रक्त कोशिकाओं को पुनर्जन्म देते हैं जिससे बालों को बढ़ने में मदद मिलती है।
• आंवला बालों को मजबूत बनाता है।
• मेथी के बीज सिर और बालों की जड़ों को ठंडा रखते हैं।
• एलोवेरा बालों को मुलायम बनाता है।
• नींबू बालों से रूसी हटाने में मदद करता है।
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