List of National Parks in India which are counted among the 10 biggest park. Kya aap jante hai Bharat ke sabase bade udyan ke bare mei...
List
of National Parks in India which are counted among the 10 biggest park.
Kya aap jante hai Bharat ke sabase bade udyan ke bare mein? Pahde Hindi
may. सोने की चिड़िया कहे जाने वाले देश भारत की खूबसूरती यहाँ पर मौजूद
national park और इसमें निवास करने वाले जानवरों से होती थी | आज भी भारत
में कई national park है जो हमारे देश के गौरव को बरक़रार रखे हुए है | भारत
में आज कई सारे park है जिनकी उपस्थिति national park के सूचि में दर्ज है
| क्या आपको पता है की कौन कौन से park national park के श्रेणी में आते
है ? अगर आप इस बात से अंजन है तो आज हम अपने इस रचना के माध्यम से आपको
बतलाते है popular national park के बारे में |

इससे पहले की आपको भारत के राष्ट्रीय उद्यान के बारे में जानकारी दे, यह जानना जरुरी है की मनुष्य की असीमित जनसंख्या वृद्धि के चलते अन्य जीवों पर इसका काफी बुरा प्रभाव पड़ा है, उनके रहने और खाने पिने के छेत्र लगभग ख़त्म हो चुके है | इसलिए यह काफी जरुरी है की हम सभी human population को control करे और जंगल को बचाये ताकि हमारी अगली पीढ़ी भी इन जिव जंतुओं को केवल पन्नो में ना पढ़े |

जिम कॉर्बेट भारत के उत्तराखंड राज्य के नैनीताल जिले में स्थित है यह उद्यान भारत का सबसे पुराना उद्यान है, इस उद्यान का स्थापना 1936 में किया गया था | इस उद्यान का नाम इसके संस्थापक जिम कॉर्बेट के नाम पर रखा गया है | इस उद्यान में शेर, हाथी, भालू, बाघ, सुअर, हिरन, चीतल, साँभर, पांडा, काकड़, नीलगाय, घुरल और चीता के साथ अजगर और कई प्रकार के सांपो का आश्रय है | इन वैन पशुओ के साथ यहाँ पर लगभग 600 विभिन्न प्रकार के रंगबिरंगी पक्षियों के जाती का भी आश्रय है | अगर आप इस उद्यान का लुफ्त लेना चाहते है तो आप नवम्बर से मई के मध्य आ सकते है |

कान्हा राष्ट्रिय उद्यान जिसे Kanha tiger reserve भी कहा जाता है | इस park को भारत का सबसे बड़ा tiger reserve के रूप में भी जाना जाता है | यह park भारत हृदय कहे जाने वाले मध्य प्रदेश में स्थित है | कान्हा शब्द हिंदी के कनहार शब्द से बना है जिसका अर्थ चिकनी मिट्टी होता है | इस क्षेत्र में चिकनी मिट्टी बहुत अधिक मात्रा में पाई जाती है और इस मिट्टी के नाम पर इस park का नाम kanha रखा गया है | इस park में आपको मुख्य तौर पर बंगाल टाइगर, भारतीय चिता, शुस्त भालू, बारासिंघा एवं जंगली कुत्ता देखने को मिलेंगे | यह park जुलाई से अक्टूबर के समय बंद रहता है और बाकि समय श्रधालुओ के लिए खुला रहता है |

रणथम्भोर उत्तरी भारत का सबसे बड़ा उद्यान है | यह उद्यान भारत के राजस्थान राज्य के सवाई माधोपुर में स्थित है | भारत सरकार के द्वारा 1955 में Sawai Madhopur Game Sanctuary के रूप में स्थपाना किया गया था जिसे 1973 में बाघ अभ्यारण के रूप में घोषणा किया गया और अंततः 1980 में इसे राष्ट्रिय उद्यान का दर्जा दिया गया | Ranthambore National Park में आप आसानी से बाघ देख सकते है इसके साथ तेंदुआ, नील गाय, जंगली सूअर, सांभर, धारीदार लकड़बग्घा, स्लॉथ बीयर, दक्षिणी मैदानी लंगूर, रीसस मकाक और चीतल देखने को मिल जाएँगे | अगर आप इन सभी को देखन चाहते है तो आप नवम्बर से मई के मध्य आ सकते है और इन सभी को देख सकते है |

केवलादेव राष्ट्रीय जिसे सभी उद्यान केवलादेव घना राष्ट्रीय उद्यान के नाम से भी जानते है | यह पुरे भारत में पक्षी अभयारण्य के रूप में काफी विख्यात है | इस उद्यान को भरतपुर पक्षी विहार के रूप में जाना जाता था | यहाँ कुल 230 प्रजाति के पक्षियों का आश्रय है | यह उद्यान राजस्थान के भरतपुर में स्थित है | इस उद्यान का नाम यहाँ स्थित केवलादेव (शिव) मंदिर के नाम पर रखा गया है | यहाँ अक्सर पक्षी वैज्ञानिक अपने किसी न किसी शोध को लेकर आते रहते है | अगर आप भी इस उद्यान में घूमना चाहते है तो आप मानसून के मौसम को छोड़ कर किसी भी समय आ सकते है |

1965 निर्मित गिर राष्ट्रिय उद्यान भारत के गुजरात राज्य में स्थित है | यह park कुल तीन जिले सोमनाथ, जूनागढ़ एवं अमरेली जिले में स्थित है | यह उद्यान शेर के लिए मसहुर है, शेर के अलावा यहाँ कई प्रजातियों के जीव-जंतु और पुष्प मिलते है | यहाँ कुल 30 प्रजाति के स्तनधारी, सांपो के 20 प्रजाति के साथ साथ कीड़ो मकोडो और पक्षियों की प्रजाति पाई जाती है | इस उद्यान के बारे में यह कहा जाता है की दक्षिणी अफ्रीका के के बाद अगर कही शेर प्रकृतिक आवास में रहते है तो यही रहते है | अगर आप इस उद्यान का भ्रमण करना चाहते है तो मानसून को छोड़ आप किसी भी समय में आ सकते है |

सुंदरवन राष्ट्रीय उद्यान भारत के पश्चिम बंगाल के सुंदरवन डेल्टा क्षेत्र में स्थित है | इस राष्ट्रिय उद्यान को 1973 में बाघ अभ्यारण, 1977 में वनजीव अभ्यारण एवं 4 मई 1984 में इसे राष्ट्रिय उद्यान के रूप में घोषित किया | यह Sundarban national park रॉयल बंगाल टाइगर का सबसे बड़ा संरक्षित क्षेत्र है | यहाँ बाघ के अलावा पक्षियों, सरीसृपो तथा रीढविहीन जीवो के कई प्रजाति पाए जाते है | इन जीव के अलावा गंगा नदी के किनारे पर स्थित होने के कारण यहाँ खारे पानी का मगरमच्छ पाया जाता है | इस उद्यान का लुफ्त लेने का सही समय नवम्बर से मई के बीच का समय है |

भारत के असाम राज्य के गोलाघाट और नागांव जिले में स्थित है | काजीरंगा पुरे विश्व में एक सींग वाला गेंडा के लिए विख्यात है | काजीरंगा अधिक घनत्व के शेरो के लिए भी जाना जाता है | हांथी, जंगलो भैसे और दलदली हिरनों के लिए बड़े प्रजनन आबादी वाला क्षेत्र भी जाना जाता है | इस उद्यान का लुफ्त लेने के लिए उचित समय मानसून को छोड़ कर अन्य किसी भी मानसून में जा सकते है |

बांदीपुर राष्ट्रिय उद्यान दक्षिणी भारत राज्य कर्नाटक में स्थित है | इस उद्यान की स्थापना 1974 में प्रोजेक्ट टाइगर के तहत टाइगर रिजर्व के रूप में इसकी स्थापना की गई थी परन्तु आज इसे बांदीपुर राष्ट्रीय उद्यान के रूप में जाना जाता है | किसी समय में यह क्षेत्र मैसूर के महाराजा का निजी शिकारगाह था | यहाँ कई प्रजाति के स्तनपायी जीव जैसे बाघ, तेंदुआ, हाथी, भालू, गौर, चीतल, ढोल, सांबर, मृग, काकड़ तथा लोरिस अदि पाए जाते है | स्तनपायी जीव के अलावा यहाँ 200 से अधिक प्रजातियाँ पाई जाती है |

मध्य भारत के महाराष्ट्र राज्य के चंद्रपुर जिले में स्थित ताडोबा राष्ट्रीय उद्यान महाराष्ट्र का सबसे पुराना एवं बड़ा उद्यान है | ताडोबा नाम यहाँ के स्थानीय लोगो के द्वारा पूजे जाने वाले भगवान तडोबा या तरु के नाम पर रखा गया है | यह उद्यान मुख्य रूप से बाघ अभ्यारण के रूप में जाना जाता है परन्तु बाघ के अलावा यहाँ कई प्रजातियों के जीव जन्तुओ का निवास स्थान है | इस स्थान का भ्रमण का उचित समय नवम्बर से मई का समय है |

भारत के प्रमुख उद्यानों की सूचि में एक और उद्यान पेरियार है | यह केरल के Mlappara जिले में स्थित है | यह उद्यान बाघ और हाथी अरक्षित क्षेत्र है | बाघ और हाथी के अलावा यहाँ कई प्रजातियों का आश्रय है | जीव के साथ साथ कई किट पतिंगे और पाखियो का भी निवास स्थान है | इस स्थान में घुमने का उचित समय नवम्बर से मई के बीच का समय है |

इससे पहले की आपको भारत के राष्ट्रीय उद्यान के बारे में जानकारी दे, यह जानना जरुरी है की मनुष्य की असीमित जनसंख्या वृद्धि के चलते अन्य जीवों पर इसका काफी बुरा प्रभाव पड़ा है, उनके रहने और खाने पिने के छेत्र लगभग ख़त्म हो चुके है | इसलिए यह काफी जरुरी है की हम सभी human population को control करे और जंगल को बचाये ताकि हमारी अगली पीढ़ी भी इन जिव जंतुओं को केवल पन्नो में ना पढ़े |
जिम कॉर्बेट राष्ट्रीय उद्यान

जिम कॉर्बेट भारत के उत्तराखंड राज्य के नैनीताल जिले में स्थित है यह उद्यान भारत का सबसे पुराना उद्यान है, इस उद्यान का स्थापना 1936 में किया गया था | इस उद्यान का नाम इसके संस्थापक जिम कॉर्बेट के नाम पर रखा गया है | इस उद्यान में शेर, हाथी, भालू, बाघ, सुअर, हिरन, चीतल, साँभर, पांडा, काकड़, नीलगाय, घुरल और चीता के साथ अजगर और कई प्रकार के सांपो का आश्रय है | इन वैन पशुओ के साथ यहाँ पर लगभग 600 विभिन्न प्रकार के रंगबिरंगी पक्षियों के जाती का भी आश्रय है | अगर आप इस उद्यान का लुफ्त लेना चाहते है तो आप नवम्बर से मई के मध्य आ सकते है |
कान्हा राष्ट्रीय उद्यान

कान्हा राष्ट्रिय उद्यान जिसे Kanha tiger reserve भी कहा जाता है | इस park को भारत का सबसे बड़ा tiger reserve के रूप में भी जाना जाता है | यह park भारत हृदय कहे जाने वाले मध्य प्रदेश में स्थित है | कान्हा शब्द हिंदी के कनहार शब्द से बना है जिसका अर्थ चिकनी मिट्टी होता है | इस क्षेत्र में चिकनी मिट्टी बहुत अधिक मात्रा में पाई जाती है और इस मिट्टी के नाम पर इस park का नाम kanha रखा गया है | इस park में आपको मुख्य तौर पर बंगाल टाइगर, भारतीय चिता, शुस्त भालू, बारासिंघा एवं जंगली कुत्ता देखने को मिलेंगे | यह park जुलाई से अक्टूबर के समय बंद रहता है और बाकि समय श्रधालुओ के लिए खुला रहता है |
रणथम्भोर राष्ट्रीय उद्यान

रणथम्भोर उत्तरी भारत का सबसे बड़ा उद्यान है | यह उद्यान भारत के राजस्थान राज्य के सवाई माधोपुर में स्थित है | भारत सरकार के द्वारा 1955 में Sawai Madhopur Game Sanctuary के रूप में स्थपाना किया गया था जिसे 1973 में बाघ अभ्यारण के रूप में घोषणा किया गया और अंततः 1980 में इसे राष्ट्रिय उद्यान का दर्जा दिया गया | Ranthambore National Park में आप आसानी से बाघ देख सकते है इसके साथ तेंदुआ, नील गाय, जंगली सूअर, सांभर, धारीदार लकड़बग्घा, स्लॉथ बीयर, दक्षिणी मैदानी लंगूर, रीसस मकाक और चीतल देखने को मिल जाएँगे | अगर आप इन सभी को देखन चाहते है तो आप नवम्बर से मई के मध्य आ सकते है और इन सभी को देख सकते है |
केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान

केवलादेव राष्ट्रीय जिसे सभी उद्यान केवलादेव घना राष्ट्रीय उद्यान के नाम से भी जानते है | यह पुरे भारत में पक्षी अभयारण्य के रूप में काफी विख्यात है | इस उद्यान को भरतपुर पक्षी विहार के रूप में जाना जाता था | यहाँ कुल 230 प्रजाति के पक्षियों का आश्रय है | यह उद्यान राजस्थान के भरतपुर में स्थित है | इस उद्यान का नाम यहाँ स्थित केवलादेव (शिव) मंदिर के नाम पर रखा गया है | यहाँ अक्सर पक्षी वैज्ञानिक अपने किसी न किसी शोध को लेकर आते रहते है | अगर आप भी इस उद्यान में घूमना चाहते है तो आप मानसून के मौसम को छोड़ कर किसी भी समय आ सकते है |
गिर राष्ट्रिय उद्यान

1965 निर्मित गिर राष्ट्रिय उद्यान भारत के गुजरात राज्य में स्थित है | यह park कुल तीन जिले सोमनाथ, जूनागढ़ एवं अमरेली जिले में स्थित है | यह उद्यान शेर के लिए मसहुर है, शेर के अलावा यहाँ कई प्रजातियों के जीव-जंतु और पुष्प मिलते है | यहाँ कुल 30 प्रजाति के स्तनधारी, सांपो के 20 प्रजाति के साथ साथ कीड़ो मकोडो और पक्षियों की प्रजाति पाई जाती है | इस उद्यान के बारे में यह कहा जाता है की दक्षिणी अफ्रीका के के बाद अगर कही शेर प्रकृतिक आवास में रहते है तो यही रहते है | अगर आप इस उद्यान का भ्रमण करना चाहते है तो मानसून को छोड़ आप किसी भी समय में आ सकते है |
सुंदरवन राष्ट्रीय उद्यान

सुंदरवन राष्ट्रीय उद्यान भारत के पश्चिम बंगाल के सुंदरवन डेल्टा क्षेत्र में स्थित है | इस राष्ट्रिय उद्यान को 1973 में बाघ अभ्यारण, 1977 में वनजीव अभ्यारण एवं 4 मई 1984 में इसे राष्ट्रिय उद्यान के रूप में घोषित किया | यह Sundarban national park रॉयल बंगाल टाइगर का सबसे बड़ा संरक्षित क्षेत्र है | यहाँ बाघ के अलावा पक्षियों, सरीसृपो तथा रीढविहीन जीवो के कई प्रजाति पाए जाते है | इन जीव के अलावा गंगा नदी के किनारे पर स्थित होने के कारण यहाँ खारे पानी का मगरमच्छ पाया जाता है | इस उद्यान का लुफ्त लेने का सही समय नवम्बर से मई के बीच का समय है |
काज़ीरंगा राष्ट्रीय उद्यान

भारत के असाम राज्य के गोलाघाट और नागांव जिले में स्थित है | काजीरंगा पुरे विश्व में एक सींग वाला गेंडा के लिए विख्यात है | काजीरंगा अधिक घनत्व के शेरो के लिए भी जाना जाता है | हांथी, जंगलो भैसे और दलदली हिरनों के लिए बड़े प्रजनन आबादी वाला क्षेत्र भी जाना जाता है | इस उद्यान का लुफ्त लेने के लिए उचित समय मानसून को छोड़ कर अन्य किसी भी मानसून में जा सकते है |
बांदीपुर राष्ट्रीय उद्यान

बांदीपुर राष्ट्रिय उद्यान दक्षिणी भारत राज्य कर्नाटक में स्थित है | इस उद्यान की स्थापना 1974 में प्रोजेक्ट टाइगर के तहत टाइगर रिजर्व के रूप में इसकी स्थापना की गई थी परन्तु आज इसे बांदीपुर राष्ट्रीय उद्यान के रूप में जाना जाता है | किसी समय में यह क्षेत्र मैसूर के महाराजा का निजी शिकारगाह था | यहाँ कई प्रजाति के स्तनपायी जीव जैसे बाघ, तेंदुआ, हाथी, भालू, गौर, चीतल, ढोल, सांबर, मृग, काकड़ तथा लोरिस अदि पाए जाते है | स्तनपायी जीव के अलावा यहाँ 200 से अधिक प्रजातियाँ पाई जाती है |
ताडोबा राष्ट्रीय उद्यान

मध्य भारत के महाराष्ट्र राज्य के चंद्रपुर जिले में स्थित ताडोबा राष्ट्रीय उद्यान महाराष्ट्र का सबसे पुराना एवं बड़ा उद्यान है | ताडोबा नाम यहाँ के स्थानीय लोगो के द्वारा पूजे जाने वाले भगवान तडोबा या तरु के नाम पर रखा गया है | यह उद्यान मुख्य रूप से बाघ अभ्यारण के रूप में जाना जाता है परन्तु बाघ के अलावा यहाँ कई प्रजातियों के जीव जन्तुओ का निवास स्थान है | इस स्थान का भ्रमण का उचित समय नवम्बर से मई का समय है |
पेरियार राष्ट्रीय उद्यान

भारत के प्रमुख उद्यानों की सूचि में एक और उद्यान पेरियार है | यह केरल के Mlappara जिले में स्थित है | यह उद्यान बाघ और हाथी अरक्षित क्षेत्र है | बाघ और हाथी के अलावा यहाँ कई प्रजातियों का आश्रय है | जीव के साथ साथ कई किट पतिंगे और पाखियो का भी निवास स्थान है | इस स्थान में घुमने का उचित समय नवम्बर से मई के बीच का समय है |
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