Virtual Credit Card apply process in hindi आज के आधुनिक युग मे, जहा रुपयों का बहुत महत्व है. बैंक से, लेन-देन अधिक से अधिक होने लगा है. त...
Virtual Credit Card apply process in hindi आज के आधुनिक युग मे,
जहा रुपयों का बहुत महत्व है. बैंक से, लेन-देन अधिक से अधिक होने लगा है.
तथा हर छोटे-बड़े नगद व्यवहार, बैंक से ही होने लगे है. जिसके चलते, बैंक
ने भी अपने ग्राहकों को कई सुविधाये दी है, उसमे से एक है “क्रेडिट कार्ड” की सुविधा.
इक्कीसवी सदी का दौर एक डिजिटल दौर है, जहाँ पर लगभग हर तरह के काम इन्टरनेट द्वारा किये जा रहे हैं. इस दौर में बैंक भी अपने समय को बचाते हुए और अपने ग्राहकों की सुरक्षा बढाते हुए ऐसे सिस्टम को अपनाने की कोशिश कर रहे हैं, जो आम लोगों को अधिक से अधिक लाभ पहुँचा सके. इसी सिस्टम का एक भाग है वर्चुअल क्रेडिट कार्ड. आज बड़े- बड़े रेस्टोरेंट, शौपिंग मॉल, सिनेमा हॉल इत्यादि जगहों पर जाने पर सिर्फ क्रेडिट कार्ड पास रखने की ज़रूरत होती है. क्रेडिट कार्ड इन दिनों लगभग हर जगह पर इस्तेमाल हो रहा है और इसका इस्तेमाल करना बहुत आसान भी है.

क्रेडिट कार्ड क्या है? (What is Credit Card )
बैंक द्वारा जारी किया गया एक भुगतान कार्ड है. यह ऐसा कार्ड है जिससे कि, कोई भी व्यक्ति जिसका उस बैंक मे, खाता है कभी भी, कही पर भी भुगतान कर सकता है.
जहा से वह, किसी वस्तु या किसी भी प्रकार की सेवा प्राप्त करता है वहा, वह उस वस्तु व सेवा का भुगतान कार्ड के माध्यम से कर सकता है. इसके सम्बन्ध मे, हर बैंक के अपने अलग नियम कानून हैं जोकि, पूर्व मे ही निर्धारित होते है.
क्रेडिट कार्ड के लिये आवेदन कैसे किया जाता है? (How to apply Credit Card process in hindi)
प्रत्येक बैंक के क्रेडिट कार्ड जारी
करने के, अपने अलग तरीके होते है. किसी बैंक मे ऑनलाइन होते है. किसी बैंक
मे, जाकर आवेदन के माध्यम से होते है. तथा किसी बैंक मे दोनों ही तरीके से
होते है.
हम यहा SBI के क्रेडिट कार्ड के आवेदन की प्रकिया देखेंगे.
Step 1.- सबसे पहले, भारतीय स्टेट बैंक की वेबसाइट पर जाये.
Step 2.- वेबसाइट पर क्रेडिट कार्ड वाले ऑप्शन पर क्लिक करे. इसके अलावा सीधे जाने के लिये, एक ऑप्शन आता है , Card For You पर क्लिक करे.
Step 3.- क्रेडिट कार्ड पर जाने के बाद कई अन्य विकल्प और कार्ड के ऑप्शन आयेंगे. उसमें Help Me Find a Card का ऑप्शन आता है जिस पर ,क्लिक करते ही सारे कार्ड और उनके सम्बन्ध मे उनकी डिटेल आ जायेगी.
Step 4.- उसमें से कार्ड को सिलेक्ट करे, फिर एक आवेदन आएगा, उसमें खाताधारक अपनी पूरी जानकारी सही तरीके से भरे.
Step 5.- उसमें खाते की सम्पूर्ण जानकारी उसके साथ
Step 6.- एक बार पुनः सभी शर्तो को पढने के बाद Submit पर क्लिक करे.
Note- जो भी आवेदन आप ऑनलाइन भरे उसकी एक प्रति निकाल ले और उसके साथ सभी डॉक्यूमेंट भी संलग्न करे.
इसी तरह हर बैंक की अपनी अलग प्रकिया होती है. एक बार ऑनलाइन आवेदन करने के पहले, किसी भी बैंक मे जाकर पूरी प्रकिया समझ ले. जिससे किसी तरह की कोई भी त्रुटि की सम्भावना ना हो.
वर्चुअल क्रेडिट कार्ड क्या है? (What is virtual credit card)
आमतौर पर वर्चुअल क्रेडिट कार्ड में उसका नंबर ही बहुत महत्त्वपूर्ण होता है. ये नंबर एक तरह से ‘रैंडमली जेनेरेटेड’ कार्ड फ्नुम्बेर होता है, जिसका लिंक उपभोक्ता के एक्चुअल क्रेडिट कार्ड से होता है. इस वर्चुअल नंबर के लिए एक मैक्सिमम चार्ज भी सेट किया जा सकता है. इस सीमा के बाद ये कार्ड काम नहीं करता है. ऑनलाइन बाज़ार में ये किसी अन्य क्रेडिट कार्ड से अलग नहीं दिखता. इसके इस्तेमाल से काटे गये पैसे रेगुलर बिल में भी दिखाई देते हैं, परन्तु व्यापारी को ग्राहक का एक्चुअल क्रेडिट कार्ड नंबर नहीं पता चलता है. वर्चुअल क्रेडिट कार्ड का कोई प्लास्टिक अस्तित्व नहीं होता. इस कार्ड से सम्बंधित सभी जानकारियाँ जैसे कार्ड नंबर, ‘वैलिड फ्रॉम’ की तारीख़, समाप्ति की तारीख़, सीवीवी नंबर आदि ऑनलाइन ही देखने मिलती हैं. ये ऑनलाइन लेनदेन करने के लिए एक बंधी- बंधाई सीमा तक लेन – देन की अनुमति देता है.
वॉलेट में रखे क्रेडिट कार्ड से अधिक सुरक्षित (Virtual credit card safe)
ये दरअसल एक ऐसे सिस्टम के तहत काम करता है, जिसमे इसका लिंक अप उपभोक्ता के मुख्य क्रेडिट कार्ड से होता है. इसके सारे विवरण सिर्फ ऑनलाइन देखे जा सकते हैं. इसका कोई प्लास्टिक प्रारूप नहीं है. समस्त जानकारी का प्रयोग ऑनलाइन ही किया जा सकता है, अतः इसके खोने का कोई सवाल ही नहीं उठता. जहाँ एक्चुअल क्रेडिट कार्ड के खोने का डर बना रहता है, वहाँ इसके इस्तेमाल से चिंता मुक्त रहा जा सकता है.
वर्चुअल क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल (Virtual credit card use)
वर्चुअल क्रेडिट कार्ड में शुरूआती समय में एक रूपए की क्रेडिट सीमा होती है, जिसकी सीमा को वीसीसी में प्राइमरी कार्ड की मान्य सीमा अवधि के बीच कभी भी बढ़ाया जा सकता है. इस तरह समय पर आवश्यकता के अनुसार इसकी लेन – देन सीमा तय करने की आज़ादी मिलती है.
भुगतान राशी अदा करने का तरीक़ा (Virtual credit card payment processing)
इस सेवा से भुगतान राशि अदा करने में बहुत आसानी होती है. तो ये सिर्फ और सिर्फ ऑनलाइन ट्रांजक्शन ही हो सकता है. ट्रांजक्शन का सारा विवरण प्राइमरी क्रेडिट कार्ड के स्टेटमेंट में आ जाता है, जिससे सारा विवरण अंततः आसानी से मिल जाता है.
वर्चुअल क्रेडिट कार्ड ब्लाक करना (Virtual credit card block)
यदि किसी कारण वश ऐसा लगे कि वर्चुअल क्रेडिटकार्ड की सेवा समाप्त करनी है तो इसके लिए घबराने की ज़रुरत नहीं. वर्चुअल क्रेडिट कार्ड को बहुत आसानी से बंद कराया जा सकता है. अपने प्राइमरी क्रेडिट कार्ड वाले बैंक की वेबसाइट पर इसके लिए ऑनलाइन आवेदन किया जा सकता है. आवेदन मिलते ही बैंक जल्द से जल्द सेवा समाप्त कर देती है.
सी.वी.वी. नंबर (CVV number on credit card)
सीवीवी नंबर किसी निश्चित कारण से ही बदल सकता है, ये प्रत्येक ट्रांजक्शन के लिए बदलता नहीं रहता है. ये दरअसल उस वक़्त बदलता है जब प्राइमरी कार्ड को किसी कारणवश ‘हॉट लिस्ट’ करना पड़े और एक नये क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन दिया जा सके. एक नया क्रेडिट कार्ड एक नए सीवीवी नंबर के साथ आता है..
ये सेवा अभी तक बैंकों द्वारा मुफ्त ही दी जाती है और इसे अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी प्रयोग किया जा सकता है.
वर्चुअल क्रेडिट कार्ड देने वाले बैंक (Banks offering Virtual credit card in India)
लगभग वे सभी बैंक जो प्राइमरी क्रेडिट कार्ड की सेवा देते हैं, वर्चुअल क्रेडिट कार्ड की भी सेवा देते हैं. यहाँ पर निम्न बैंक वर्चुअल क्रेडिट कार्ड देते हैं.
वर्चुअल क्रेडिट कार्ड कैसे पायें (How to get virtual credit card number)
कुछ बैंकों ने अपने एप्लीकेशन बना रखे हैं, जिसकी सहायता से वर्चुअल कार्ड पाया जा सकता है. जैसे
इक्कीसवी सदी का दौर एक डिजिटल दौर है, जहाँ पर लगभग हर तरह के काम इन्टरनेट द्वारा किये जा रहे हैं. इस दौर में बैंक भी अपने समय को बचाते हुए और अपने ग्राहकों की सुरक्षा बढाते हुए ऐसे सिस्टम को अपनाने की कोशिश कर रहे हैं, जो आम लोगों को अधिक से अधिक लाभ पहुँचा सके. इसी सिस्टम का एक भाग है वर्चुअल क्रेडिट कार्ड. आज बड़े- बड़े रेस्टोरेंट, शौपिंग मॉल, सिनेमा हॉल इत्यादि जगहों पर जाने पर सिर्फ क्रेडिट कार्ड पास रखने की ज़रूरत होती है. क्रेडिट कार्ड इन दिनों लगभग हर जगह पर इस्तेमाल हो रहा है और इसका इस्तेमाल करना बहुत आसान भी है.

क्रेडिट कार्ड क्या है? (What is Credit Card )
बैंक द्वारा जारी किया गया एक भुगतान कार्ड है. यह ऐसा कार्ड है जिससे कि, कोई भी व्यक्ति जिसका उस बैंक मे, खाता है कभी भी, कही पर भी भुगतान कर सकता है.
जहा से वह, किसी वस्तु या किसी भी प्रकार की सेवा प्राप्त करता है वहा, वह उस वस्तु व सेवा का भुगतान कार्ड के माध्यम से कर सकता है. इसके सम्बन्ध मे, हर बैंक के अपने अलग नियम कानून हैं जोकि, पूर्व मे ही निर्धारित होते है.
क्रेडिट कार्ड के लिये आवेदन कैसे किया जाता है? (How to apply Credit Card process in hindi)
प्रत्येक बैंक के क्रेडिट कार्ड जारी
करने के, अपने अलग तरीके होते है. किसी बैंक मे ऑनलाइन होते है. किसी बैंक
मे, जाकर आवेदन के माध्यम से होते है. तथा किसी बैंक मे दोनों ही तरीके से
होते है.हम यहा SBI के क्रेडिट कार्ड के आवेदन की प्रकिया देखेंगे.
Step 1.- सबसे पहले, भारतीय स्टेट बैंक की वेबसाइट पर जाये.
Step 2.- वेबसाइट पर क्रेडिट कार्ड वाले ऑप्शन पर क्लिक करे. इसके अलावा सीधे जाने के लिये, एक ऑप्शन आता है , Card For You पर क्लिक करे.
Step 3.- क्रेडिट कार्ड पर जाने के बाद कई अन्य विकल्प और कार्ड के ऑप्शन आयेंगे. उसमें Help Me Find a Card का ऑप्शन आता है जिस पर ,क्लिक करते ही सारे कार्ड और उनके सम्बन्ध मे उनकी डिटेल आ जायेगी.
Step 4.- उसमें से कार्ड को सिलेक्ट करे, फिर एक आवेदन आएगा, उसमें खाताधारक अपनी पूरी जानकारी सही तरीके से भरे.
Step 5.- उसमें खाते की सम्पूर्ण जानकारी उसके साथ
- नाम, पता
- लिंग, जाति
- शिक्षा
- व्यवसाय या जॉब की डिटेल
- ईमेल एड्रेस व मोबाईल नंबर
- पेन कार्ड नंबर/ड्राइविंग लाइसेंस/आधार कार्ड/पासपोर्ट
Step 6.- एक बार पुनः सभी शर्तो को पढने के बाद Submit पर क्लिक करे.
Note- जो भी आवेदन आप ऑनलाइन भरे उसकी एक प्रति निकाल ले और उसके साथ सभी डॉक्यूमेंट भी संलग्न करे.
इसी तरह हर बैंक की अपनी अलग प्रकिया होती है. एक बार ऑनलाइन आवेदन करने के पहले, किसी भी बैंक मे जाकर पूरी प्रकिया समझ ले. जिससे किसी तरह की कोई भी त्रुटि की सम्भावना ना हो.
वर्चुअल क्रेडिट कार्ड क्या है? (What is virtual credit card)
आमतौर पर वर्चुअल क्रेडिट कार्ड में उसका नंबर ही बहुत महत्त्वपूर्ण होता है. ये नंबर एक तरह से ‘रैंडमली जेनेरेटेड’ कार्ड फ्नुम्बेर होता है, जिसका लिंक उपभोक्ता के एक्चुअल क्रेडिट कार्ड से होता है. इस वर्चुअल नंबर के लिए एक मैक्सिमम चार्ज भी सेट किया जा सकता है. इस सीमा के बाद ये कार्ड काम नहीं करता है. ऑनलाइन बाज़ार में ये किसी अन्य क्रेडिट कार्ड से अलग नहीं दिखता. इसके इस्तेमाल से काटे गये पैसे रेगुलर बिल में भी दिखाई देते हैं, परन्तु व्यापारी को ग्राहक का एक्चुअल क्रेडिट कार्ड नंबर नहीं पता चलता है. वर्चुअल क्रेडिट कार्ड का कोई प्लास्टिक अस्तित्व नहीं होता. इस कार्ड से सम्बंधित सभी जानकारियाँ जैसे कार्ड नंबर, ‘वैलिड फ्रॉम’ की तारीख़, समाप्ति की तारीख़, सीवीवी नंबर आदि ऑनलाइन ही देखने मिलती हैं. ये ऑनलाइन लेनदेन करने के लिए एक बंधी- बंधाई सीमा तक लेन – देन की अनुमति देता है.
वॉलेट में रखे क्रेडिट कार्ड से अधिक सुरक्षित (Virtual credit card safe)
ये दरअसल एक ऐसे सिस्टम के तहत काम करता है, जिसमे इसका लिंक अप उपभोक्ता के मुख्य क्रेडिट कार्ड से होता है. इसके सारे विवरण सिर्फ ऑनलाइन देखे जा सकते हैं. इसका कोई प्लास्टिक प्रारूप नहीं है. समस्त जानकारी का प्रयोग ऑनलाइन ही किया जा सकता है, अतः इसके खोने का कोई सवाल ही नहीं उठता. जहाँ एक्चुअल क्रेडिट कार्ड के खोने का डर बना रहता है, वहाँ इसके इस्तेमाल से चिंता मुक्त रहा जा सकता है.
वर्चुअल क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल (Virtual credit card use)
- इसका कोई प्लास्टिक प्रारूप या किसी तरह के कार्ड में इसका अस्तित्व न होने पर इसका इस्तेमाल हर जगह नहीं किया जा सकता.
- मुख्यतः इसका इस्तेमाल ऑनलाइन ही होता है. ग्राहकों को प्रत्येक दिन के लिए एक निश्चित सीमा तक इसका इस्तेमाल करने की छूट होती है.
- एक वर्चुअल कार्ड को अक्सर एक ही बार इस्तेमाल किया जा सकता है. बची हुई राशि का इस्तेमाल बाद में होता है, या कभी कभी वर्चुअल क्रेडिट कार्ड में पैसे बच जाने पर इसे उपभोक्ता के मुख्य खाते में लौटा दिया जाता है.
- ये सेवा सिर्फ ‘प्राइमरी’ कार्ड धारक के लिए होती है. ‘सेकेंडरी’ कार्ड धारक इसका लाभ नहीं उठा सकते.
वर्चुअल क्रेडिट कार्ड में शुरूआती समय में एक रूपए की क्रेडिट सीमा होती है, जिसकी सीमा को वीसीसी में प्राइमरी कार्ड की मान्य सीमा अवधि के बीच कभी भी बढ़ाया जा सकता है. इस तरह समय पर आवश्यकता के अनुसार इसकी लेन – देन सीमा तय करने की आज़ादी मिलती है.
भुगतान राशी अदा करने का तरीक़ा (Virtual credit card payment processing)
इस सेवा से भुगतान राशि अदा करने में बहुत आसानी होती है. तो ये सिर्फ और सिर्फ ऑनलाइन ट्रांजक्शन ही हो सकता है. ट्रांजक्शन का सारा विवरण प्राइमरी क्रेडिट कार्ड के स्टेटमेंट में आ जाता है, जिससे सारा विवरण अंततः आसानी से मिल जाता है.
वर्चुअल क्रेडिट कार्ड ब्लाक करना (Virtual credit card block)
यदि किसी कारण वश ऐसा लगे कि वर्चुअल क्रेडिटकार्ड की सेवा समाप्त करनी है तो इसके लिए घबराने की ज़रुरत नहीं. वर्चुअल क्रेडिट कार्ड को बहुत आसानी से बंद कराया जा सकता है. अपने प्राइमरी क्रेडिट कार्ड वाले बैंक की वेबसाइट पर इसके लिए ऑनलाइन आवेदन किया जा सकता है. आवेदन मिलते ही बैंक जल्द से जल्द सेवा समाप्त कर देती है.
सी.वी.वी. नंबर (CVV number on credit card)
सीवीवी नंबर किसी निश्चित कारण से ही बदल सकता है, ये प्रत्येक ट्रांजक्शन के लिए बदलता नहीं रहता है. ये दरअसल उस वक़्त बदलता है जब प्राइमरी कार्ड को किसी कारणवश ‘हॉट लिस्ट’ करना पड़े और एक नये क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन दिया जा सके. एक नया क्रेडिट कार्ड एक नए सीवीवी नंबर के साथ आता है..
ये सेवा अभी तक बैंकों द्वारा मुफ्त ही दी जाती है और इसे अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी प्रयोग किया जा सकता है.
वर्चुअल क्रेडिट कार्ड देने वाले बैंक (Banks offering Virtual credit card in India)
लगभग वे सभी बैंक जो प्राइमरी क्रेडिट कार्ड की सेवा देते हैं, वर्चुअल क्रेडिट कार्ड की भी सेवा देते हैं. यहाँ पर निम्न बैंक वर्चुअल क्रेडिट कार्ड देते हैं.
- कोटक महिंद्रा बैंक,
- स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया,
- आईसीआईसीआई बैंक,
- एचडीऍफ़सी बैंक
वर्चुअल क्रेडिट कार्ड कैसे पायें (How to get virtual credit card number)
कुछ बैंकों ने अपने एप्लीकेशन बना रखे हैं, जिसकी सहायता से वर्चुअल कार्ड पाया जा सकता है. जैसे
- आईसीआईसीआई का पॉकेट वॉलेट: यहाँ पर कोई भी आईसीआईसीआई उपभोक्ता साइन अप कर सकता है. इसमें साइन अप करते ही एक वर्चुअल क्रेडिट कार्ड मिल जाता है, जिसका इस्तेमाल ऑनलाइन लेन- देन के लिए किया जा सकता है.
- ऑडियो वॉलेट : इसके इस्तेमाल से भी वर्चुअल क्रेडिट कार्ड पाया जा सकता है. ये भी आईसीआईसीआई पॉकेट वॉलेट की तरह काम करता है. ये एक आदर्श डिजिटल वॉलेट की तरह एक वॉलेट के सभी कार्य करता है. नेटबैंकिंग के ज़रिये इस वॉलेट में पैसे डाले जा सकते है, जिसका इस्तेमाल वर्चुअल क्रेडिट कार्ड मे किया जा सकता है..
- एक्सिस बैंक -लाइम वॉलेट : ये भी आईसीआईसीआई पॉकेट वॉलेट की ही तरह काम करता है. इस वॉलेट का इस्तेमाल एक एक्सिस बैंक का ग्राहक कर सकता है. इसमें भी मुफ्त वर्चुअल कार्ड, शौपिंग कार्ड के नाम से मिलता है, जिसका इस्तेमाल हम ऑनलाइन लेन- देन के लिए कर सकते हैं.
- यूनियन बैंक डीजीपर्स वॉलेट : यूनियन बैंक भी अपने उपभोक्ताओं के लिए डीजी पर्स वॉलेट नामक एक पॉकेट वॉलेट की सेवा देता है. इस एप्लीकेशन को एक्चुअल बैंक अकाउंट से लिंक अप करना होता है. इसमें भी वर्चुअल क्रेडिट कार्ड मुफ्त में मिलता है, जिसका इस्तेमाल घरेलु या अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर किया जाता है.
- ऑक्सीजन वॉलेट प्रीपेड कार्ड : ये वॉलेट समय समय पर कैश बेक ऑफर देने के लिए मशहूर है. ये वर्चुअल वीसा कार्ड मुफ्त में देता है, जिसे ऑनलाइन शौपिंग पोर्टल में इस्तेमाल किया जाता है.
- इंट्रो पे वर्चुअल वीसा कार्ड : हालाँकि भारत में ये सेवा उपलब्ध नहीं है, लेकिन इंट्रो पे इस क्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय तौर पर एक लम्बे अरसे से काम कर रहा है. ये भी फ्री वर्चुअल वीसा कार्ड देता है, जिसका इस्तेमाल अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर होता है. इसमें एक और बड़ी सुविधा ये है कि कोई अपने मन मुताबिक़ अपना कार्ड नंबर चुन सकता है और एक कार्ड से दूसरे कार्ड में पैसे भी ट्रान्सफर कर सकता है. अंतर्राष्टीय स्तर पर ये बहुत मशहूर है..
- फ्रीचार्ज गो मास्टर कार्ड : हालाँकि इस समय ये बंद है और इसकी वापसी कब होगी इसका भी कोई पता नहीं है, लेकिन इसका भी इस्तेमाल वर्चुअल क्रेडिट कार्ड के रूप में होता है. इसकी सहायता से ऑनलाइन बिल पेमेंट, रिचार्ज आदि होता है. इसे यस बैंक की तरफ से वर्चुअल क्रेडिट कार्ड दिया जाता है. इसका इस्तेमाल इ-बे, फ्लिप्कार्ट, अमेज़न, स्नेपडील आदि के लिए होता है.
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