अंदरूनी नाखूनों का मतलब उन नाखूनों से होता है जो आपकी उँगलियों से जुड़े मांस के अन्दर बढ़ रही होती हैं। इस समस्या से जूझ रहे व्यक्ति क...

अंदरूनी
नाखूनों का मतलब उन नाखूनों से होता है जो आपकी उँगलियों से जुड़े मांस के
अन्दर बढ़ रही होती हैं। इस समस्या से जूझ रहे व्यक्ति को पैरों के नाखूनों
के ऊपर दर्द, लालपन और सूजन की परेशानी हो सकती है। अगर आप अपने पैरों के
नाखूनों के किनारों को महीनों तक बिना काटे छोड़ देते हैं तो इससे अंदर से
बढ़ने वाले नाखूनों की समस्या पैदा हो जाती है। नाखूनों की इस समस्या के
इलाज के कई तरीके हैं। इनमें से एक इलाज नाखूनों के किनारों को काटना है।
अगर आप इससे गंभीर रूप से प्रभावित हो गए तो किसी डॉक्टर को दिखाएं तथा
एंटीबायोटिक (anti biotic) लें। कुछ लोगों के नाखून काफी अजीब तरीके से
मोटे हो जाते हैं। इस समस्या से निपटने के लिए कई घरेलू उपाय उपलब्ध हैं।
नाखूनों के अन्दर से बढ़ने की समस्या या ओनिकोक्रिप्टोसिस (Onychocryptosis) नाखूनों की एक काफी आम बीमारी है। यह एक काफी जिद्दी बीमारी है, जिसके अंतर्गत नाखून इस तरह बढ़ते हैं कि इससे अंत में नाखूनों के ऊपर के दोनों तरफ का हिस्सा कट जाता है जो काफी दर्दनाक होता है। यह बीमारी आमतौर पर एक जीवाणु द्वारा पैदा की गयी सूजन से शुरू होता है और इसके बाद नाखून त्वचा की गहरी परत में अटक जाते हैं। यह एक जाना माना तथ्य है कि ज़्यादातर हम अपने हाथों और पैरों में अन्दर से बढ़े नाखून देखते हैं, पर यह आमतौर पर पैर के अंगूठे के नाखूनों के साथ ही ज्यादा होता है। इस समस्या के कई कारण हो सकते हैं जिनके बारे में नीचे बताया गया है।
नाखूनों के अन्दर से बढ़ने की समस्या या ओनिकोक्रिप्टोसिस (Onychocryptosis) नाखूनों की एक काफी आम बीमारी है। यह एक काफी जिद्दी बीमारी है, जिसके अंतर्गत नाखून इस तरह बढ़ते हैं कि इससे अंत में नाखूनों के ऊपर के दोनों तरफ का हिस्सा कट जाता है जो काफी दर्दनाक होता है। यह बीमारी आमतौर पर एक जीवाणु द्वारा पैदा की गयी सूजन से शुरू होता है और इसके बाद नाखून त्वचा की गहरी परत में अटक जाते हैं। यह एक जाना माना तथ्य है कि ज़्यादातर हम अपने हाथों और पैरों में अन्दर से बढ़े नाखून देखते हैं, पर यह आमतौर पर पैर के अंगूठे के नाखूनों के साथ ही ज्यादा होता है। इस समस्या के कई कारण हो सकते हैं जिनके बारे में नीचे बताया गया है।
- सबसे पहले अंगूठे के नाखूनों पर काफी कसावट वाले जूते पहनकर दबाव डालने से भी नाखून अन्दर से बढ़ने की समस्या सामने आती है।
- कई बार पैर के अंगूठे के नाखून में चोट लगने से भी नाखून बढ़ने की समस्या उत्पन्न हो सकती है।
- अपने नाखूनों को नियमित रूप से काटना काफी अच्छी बात है, पर इसे काफी छोटा काट देने पर भी नाखूनों के अन्दर से बढ़ने की समस्या सामने आ सकती है।
- इसके अलावा नाखूनों को बराबर लम्बाई में काटने से भी ओनिकोक्रिप्टोसिस की समस्या सामने आ सकती है।
- नाखूनों को बेहिसाब लंबा करने से भी यह समस्या उत्पन्न हो सकती है।
अन्दर से नाखून बढ़ने की निशानियाँ और लक्षण (Signs & symptoms of ingrown toenails ( nakhun ke rog) or onychocryptosis)
- ओनिकोक्रिप्टोसिस की समस्या का शिकार होने का सबसे पहला और मुख्य लक्षण होता है अंगूठे के नाखूनों के दोनों तरफ असहनीय दर्द और पीड़ा एवं नरमाहट का अनुभव करना।
- एक और लक्षण अंगूठे के नाखूनों के पास लालपन एवं सूजन का अहसास करना है।
- अंगूठे के नाखून के आसपास की त्वचा पर संक्रमण होना।
- लगातार हो रहा लालपन तथा पस का जमना।
- पैरों के पास रक्त के संचार में कमी आना।
अन्दर से बढ़े नाखूनों का उपचार (Treatment for ingrown toenails or onychocryptosis)
- अगर आपको अंगूठे के पास लालपन दिखे और असहनीय दर्द का अहसास हो तो आप एक नर्म रुई के गोले को रखकर नाखून के सिरे को उठाकर दांतों के फ्लॉस (floss) का प्रयोग करके त्वचा से जुड़े नाखून को हटा सकते हैं। इससे अन्दर से बढ़ रहा नाखून आसानी से निकल सकता है। पर इस विधि का प्रयोग रोज़ करें।
- अन्दर से बढ़े नाखून या ओनिकोक्रिप्टोसिस की स्थिति में नाखूनों को थोड़ा सा हटाया जा सकता है। डॉक्टर आमतौर पर या तो नाखूनों को ट्रिम (trim) कर देते हैं या फिर आपको बेहोश करके इसे हल्का सा हटा देते हैं।
- अन्दर से बढ़ रहे नाखून की कोशिका को किसी गंभीर संक्रमण या अन्य किसी समस्या की स्थिति में निकाला जा सकता है। ऐसा सिर्फ डॉक्टर के जोर देने पर तथा लेज़र (laser), रासायनिक रूप से या किसी और तरीके से करें।
- किसी खाने वाली या लगाने वाली दवाई से भी इस समस्या का इलाज हो सकता है।
अन्दर से बढ़े नाखूनों से बचाव के उपाय (Prevention of ingrown toenails or onychocryptosis)
- नाखूनों की परेशानी, नियमित तौर से अपने पैरों के नाखूनों को ट्रिम करना तथा उनका आकार बनाए रखना ओनिकोक्रिप्टोसिस से बचाव प्रदान करता है। इसके अलावा यह पैरों में रक्त के संचार में भी वृद्धि करता है।
- नाखूनों को ज़रुरत से ज़्यादा लंबा कर देने से भी ओनिकोक्रिप्टोसिस की समस्या उत्पन्न हो जाती है।
- सही माप के जूते पहनना नाखूनों की सही बढ़त के लिए काफी आवश्यक होता है। इससे आपके पैरों में अतिरिक्त दबाव भी नहीं पड़ेगा।
- अच्छी गुणवत्ता के जूते पहनने से भी आपके अंगूठे के नाखून सुरक्षित रहते हैं, जिससे इन्हें लगने वाली किसी भी चोट से आपको बचाव प्राप्त होता है।
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