मोबाइल वॉलेट क्या है और कैसे काम करते हैं Mobile Wallet feature and work in India in hindi क्या होता है मोबाइल वॉलेट? (What is Mobile Wallet?) – साधारण शब्दों में कहें तो मोबाइल वॉलेट मोबाइल में खोले जाने वाले बैंक खाते की तरह है. कैसे काम करता है मोबाइल वॉलेट? (How Mobile Wallet work )
Mobile Wallet feature, use and work in India in hindi मोबाइल
वॉलेट आप टीवी और अपने एफएम रेडियों पर इनके विज्ञापन सुन कर उत्साहित हो
चुके हैं और इनके बारे में ज्यादा से ज्यादा जानना चाहते हैं कि इनका
उपयोग कैसे किया जाता है, ये काम कैसे करते हैं और इनको प्रयोग में लेने
के फायदे क्या हैं तो यह आलेख आपके काम का है. मोबाइल वॉलेट को इस्तेमाल
करने का तुरन्त मिलने वाला फायदा तो यह है कि खुल्ले की झिकझिक बीते दिनों
की बात हो जाएगी और वो कैंडिज जो आपके घर के डायनिंग टेबल पर पुरानी हो
जाया करती थी, अब बीते जमाने की बात हो जाएगी.

साधारण शब्दों में कहें तो मोबाइल वॉलेट मोबाइल में खोले जाने वाले बैंक खाते की तरह है. इंटरनेट के मदद से बनाए जाने वाले अन्य खातों की तरह यह भी एक वर्चुअल खाता ही है जो आपके मोबाइल नंबर लेते वक्त दिए गए विवरणों को आधार बनाकर आपके पैसे का लेन—देन करता है. इसमें सुविधा यह है कि मोबाइल अब आम उपकरण हो गया है और पैसे लेने वाले और देने वाले दोनों के पास इसकी सुविधा उपलब्ध है.
कैसे काम करता है मोबाइल वॉलेट? (How Mobile Wallet work )
मोबाइल वॉलेट एक खाते से दूसरे खाते में पैसा ट्रांसफर करने के सरल सिद्धान्त पर काम करता है जिसकी पहली और आखिरी जरूरत है कि लेने वाले और देने वाले दोनों के पास उस मोबाइल प्रदाता कंपनी का खाता या वॉलेट हो. उदाहरण से समझने की कोशिश करते हैं, अगर आप किसी मॉल में खरीदारी करने गए हैं और आपने एक बढ़िया शर्ट खरीदी है और उस शर्ट का भुगतान आप अपने मोबाइल वॉलेट से करना चाहते हैं तो यह जरूरी है कि उस दुकान के मालिक के पास भी उस मोबाइल कंपनी की वॉलेट सुविधा होनी चाहिए, तभी आप अपने बिल का भुगतान वर्चुअली कर पाएंगे. यह तो हुआ बिल के भुगतान का तरीका.
अब उस दूसरी सुविधा के बारे में बात करते हैं जो ज्यादा चर्चा का विषय बना हुआ है. कैश ट्रांसफर की सुविधा. इस सुविधा का लाभ भी ठीक इसी तरह उठाया जाता है, फर्क बस इतना होता है कि कैश निकालने के लिए जैसे आपको बैंक जाना होता है, ठीक उसी तरह आपको मोबाइल वॉलेट से पैसा निकालने के लिए नजदीकी वॉलेट एंजेंट तक जाना होता है, जो आपके मोबाइल वॉलेट से आपकी मांगी गई रकम के बराबर की राशि काट कर अपने वॉलेट में जमा कर लेता है और आपको नगद पैसा मुहैया करवा देता है. यह एजेंट कोई दुकान वाला, नजदीकी कार्यालय या फिर कोई भी ऐसा आउटलेट हो सकता है जो नगद रकम मुहैया करवाने में सक्षम हो और मोबाइल सेवा प्रदाता कंपनी द्वारा अधिकृत किया गया हो. मोबाइल वॉलेट्स की मदद से आप अपने बिल पेमेंन्ट्स के साथ—साथ रोजमर्रा की जिंदगी में किए जाने वाले लेन—देन तक कर सकेंगे.
कितने तरह के मोबाइल वॉलेट्स (Types of Mobile wallet ) –
भारत में रिज़र्व बैंक के नियमों के तहत ई वॉलेट्स को चार हिस्सों में बांटा जा सकता है. फिलहाल भारत में 3 तरह के मोबाइल वालेट्स उपलब्ध हैं. इन्हें ओपन, सेमी क्लोज्ड और क्लोज्ड कैटेगरी में रखा गया है
कैसे करें वॉलेट का इस्तेमाल? (How to use mobile wallet) –
किसी भी वॉलेट के इस्तेमाल के लिए सबसे पहले आपको उस वॉलेट सेवा में अपना खाता खोलना पड़ता है, जिसके लिए मोबाइल नंबर जरूरी है. अपने आपको सेवा में रजिस्टर्ड कर लेने के बाद आप अपने डेबिट या क्रेडिट कार्ड की सहायता से वॉलेट मे पैसा ट्रांसफर कर देते हैं और समय आने पर अपने स्मार्ट फोन या फिर मोबाइल की मदद से खरीदारी या सेवाओं का भुगतान कर सकते हैं.
मोबाइल वॉलेट इस्तेमाल के फायदे (Mobile wallet benefits) –

मोबाइल वॉलेट क्या है और कैसे काम करते हैं
Mobile Wallet feature and work in India in hindi
क्या होता है मोबाइल वॉलेट? (What is Mobile Wallet?) –साधारण शब्दों में कहें तो मोबाइल वॉलेट मोबाइल में खोले जाने वाले बैंक खाते की तरह है. इंटरनेट के मदद से बनाए जाने वाले अन्य खातों की तरह यह भी एक वर्चुअल खाता ही है जो आपके मोबाइल नंबर लेते वक्त दिए गए विवरणों को आधार बनाकर आपके पैसे का लेन—देन करता है. इसमें सुविधा यह है कि मोबाइल अब आम उपकरण हो गया है और पैसे लेने वाले और देने वाले दोनों के पास इसकी सुविधा उपलब्ध है.
कैसे काम करता है मोबाइल वॉलेट? (How Mobile Wallet work )
मोबाइल वॉलेट एक खाते से दूसरे खाते में पैसा ट्रांसफर करने के सरल सिद्धान्त पर काम करता है जिसकी पहली और आखिरी जरूरत है कि लेने वाले और देने वाले दोनों के पास उस मोबाइल प्रदाता कंपनी का खाता या वॉलेट हो. उदाहरण से समझने की कोशिश करते हैं, अगर आप किसी मॉल में खरीदारी करने गए हैं और आपने एक बढ़िया शर्ट खरीदी है और उस शर्ट का भुगतान आप अपने मोबाइल वॉलेट से करना चाहते हैं तो यह जरूरी है कि उस दुकान के मालिक के पास भी उस मोबाइल कंपनी की वॉलेट सुविधा होनी चाहिए, तभी आप अपने बिल का भुगतान वर्चुअली कर पाएंगे. यह तो हुआ बिल के भुगतान का तरीका.
अब उस दूसरी सुविधा के बारे में बात करते हैं जो ज्यादा चर्चा का विषय बना हुआ है. कैश ट्रांसफर की सुविधा. इस सुविधा का लाभ भी ठीक इसी तरह उठाया जाता है, फर्क बस इतना होता है कि कैश निकालने के लिए जैसे आपको बैंक जाना होता है, ठीक उसी तरह आपको मोबाइल वॉलेट से पैसा निकालने के लिए नजदीकी वॉलेट एंजेंट तक जाना होता है, जो आपके मोबाइल वॉलेट से आपकी मांगी गई रकम के बराबर की राशि काट कर अपने वॉलेट में जमा कर लेता है और आपको नगद पैसा मुहैया करवा देता है. यह एजेंट कोई दुकान वाला, नजदीकी कार्यालय या फिर कोई भी ऐसा आउटलेट हो सकता है जो नगद रकम मुहैया करवाने में सक्षम हो और मोबाइल सेवा प्रदाता कंपनी द्वारा अधिकृत किया गया हो. मोबाइल वॉलेट्स की मदद से आप अपने बिल पेमेंन्ट्स के साथ—साथ रोजमर्रा की जिंदगी में किए जाने वाले लेन—देन तक कर सकेंगे.
कितने तरह के मोबाइल वॉलेट्स (Types of Mobile wallet ) –
भारत में रिज़र्व बैंक के नियमों के तहत ई वॉलेट्स को चार हिस्सों में बांटा जा सकता है. फिलहाल भारत में 3 तरह के मोबाइल वालेट्स उपलब्ध हैं. इन्हें ओपन, सेमी क्लोज्ड और क्लोज्ड कैटेगरी में रखा गया है
- क्या होते हैं क्लोज्ड वॉलेट? (Closed wallet) –
- क्या होते हैं सेमी क्लोज्ड वॉलेट्स? (Semi closed wallet) –
- क्या होते हैं ओपन वॉलेट्स? (Open wallet) –
कैसे करें वॉलेट का इस्तेमाल? (How to use mobile wallet) –
किसी भी वॉलेट के इस्तेमाल के लिए सबसे पहले आपको उस वॉलेट सेवा में अपना खाता खोलना पड़ता है, जिसके लिए मोबाइल नंबर जरूरी है. अपने आपको सेवा में रजिस्टर्ड कर लेने के बाद आप अपने डेबिट या क्रेडिट कार्ड की सहायता से वॉलेट मे पैसा ट्रांसफर कर देते हैं और समय आने पर अपने स्मार्ट फोन या फिर मोबाइल की मदद से खरीदारी या सेवाओं का भुगतान कर सकते हैं.
मोबाइल वॉलेट इस्तेमाल के फायदे (Mobile wallet benefits) –
- मोबाइल वॉलेट में आपकी जरूरत के मुताबिक पैसे रखते हैं और आपको अपने डेबिट या क्रेडिट कार्ड की डिटेल्स बार—बार सार्वजनिक नहीं करनी पड़ती है इसलिए आपकी रकम सुरक्षित रहती है.
- ज्यादातर सेवाओं में मोबाइल वॉलेट प्रभावी रूप से काम करती है इसलिए आपको अपने साथ ढेर सारा कैश लेकर नहीं चलना पड़ता.
- अक्सर नगद लेन—देन में खुल्ले पैसों की परेशानी का सामना करना पड़ता है, डिजिटल पेमेंट के माध्यम से दशमलव के दो स्थानों तक पेमेंट लिया जा सकता है मसलन आप 96 रूपये का पेमेंट बिना किसी परेशानी के कर सकते हैं.
- यह सेवा डेबिट या क्रेडिट कार्ड की तुलना में ज्यादा सुरक्षित है क्योंकि यह ज्यादातर सेवाएं प्रत्येक प्रयोग के दौरान एक नया मोबाइल पासवर्ड जनरेट करती है जो सिर्फ एक ट्रांजेक्शन और बहुत सीमित अवधि तक के लिए मान्य होता है.
- डिजिटल पेमेंट अडॉप्शन के मामले में भारत का एशिया पैसेफिक क्षेत्र में दूसरी रैंक है.
- भारत में 40 प्रतिशत से अधिक मोबाइल उपयोग कर्ता किसी न किसी रूप में डिजिटल पेमेंट का उपयोग कर रहे हैं.
- भारत में ई वॉलेट के माध्यम से होने वाले लेन—देन को मुख्यत: निम्न भागों में बांटा जा सकता है:
- ई वॉलेट उपयोग करने वाल 60 प्रतिशत लोग इसका उपयोग मोबाइल रिचार्ज करने के लिए करते हैं.
- ई वॉलेट उपयोग करने वाल 52 प्रतिशत लोग इसका उपयोग यात्रा के टिकट और होटल बुकिंग्स करने के लिए करते हैं.
- ई वॉलेट उपयोग करने वाल 58 प्रतिशत लोग इसका उपयोग युटिलिटी पेमेंट्स करने के लिए करते हैं.
- ई वॉलेट उपयोग करने वाल 58 प्रतिशत लोग इसका उपयोग आनलाइन शॉपिंग करने के लिए करते हैं.
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