अचार एक बहुत ही प्राचीन और पारंपरिक विधा है जिसमें किसी फल या सब्जी को मसालों के साथ सुरक्षित करके जाता है ताकि इसका प्रयोग लंबे समय तक क...

आम का अचार एक बहुत ही सामान्य रूप से खाया जाने वाला व्यंजन है जो साइड डिश के रूप में उपयोग में लाया जाता है। परिपक्व आम या जिसे साधारण भाषा में कैरी भी कहा जाता है। आम को काटकर पानी को पोरी तरह सुखाकर मसले के साथ कुछ दिनों तक धूप में रखकर अचार बनाया जाता है। आम का अचार बनाने का तरीका इस प्रकार है।
तैयारी में लगने वाला समय (Preparing time for recipe): 2 घंटे
पकाने में लगने वाला समय (Cooking time): 10-15 दिन
तैयार परोसें (Servings): 15 किलो
आम का अचार बनाने के लिए सामग्री (Ingredients for mango pickle recipe in Hindi)
- कच्चे आम 1 किलो
- सरसों 1 चम्मच
- सौंफ 3 चम्मच
- मेथी 2 ½ चम्मच
- कलौंजी 2 चम्मच
- अजवायन 1 चम्मच
- काली मिर्च पाउडर 1 चम्मच
- हल्दी 2 चम्मच
- लाल मिर्च पाउडर 5 चम्मच
- सरसों का तेल 2 ½ कप
- नमक ½ कप
आम का अचार बनाने की विधि हिन्दी में (Mango pickle recipe / Aam ka achar banane ki vidhi Hindi me)
आम का अचार बनाने के लिए कच्चे आम को धोकर पानी को अच्छी तरह पोछ कर सूखा लें ताकि इसमें पानी की थोड़ी सी भी मात्रा न रह जाये। अब इन आम को काटकर टुकड़े कर लें। आप एक आम के 4 से 6 टुकड़े तक कर सकते हैं। दिये हुये सभी मसालों को कूटकर या मिक्सी में पीस कर पाउडर बना लें। अब आते हुये आम में इन सभी मसालों के पाउडर औए नमक को अच्छी तरह मिला लें, ध्यान रखें कि आम के टुकड़ों में मसाले का पाउडर अच्छी तरह से लगे, अब इन आम के टुकड़ों को एक काँच के जार में भर दें आ उर इसे मसलिन कॉटन के कपड़े से ढँक दें। इस जार को 2 दिनों तक धूप में रखें।अन तीसरे दिन सरसों के तेल को गरम करें। तेल इतना गरम होना चाहिए कि उसमें से धुआँ उड़ता हुआ दिखाई दे, तेल के गरम हो जाने पर इसे उतार कर ठंडा होने दें। तेल जब ठंडा हो जाए तो इसे आम के अचार में डालें। आप देखेंगे कि आम के सभी टुकड़े पूरी तरह तेल में डूब चुके हैं। अब इस जार के ढक्कन को लगाकर इसे पूरी तरह बंद कर दें ताकि बाहर की हवा इसमें न जा सके। इस अचार को 10 से 15 दिनों तक धूप में रखें। इस अचार का प्रयोग आप अगले 2 से 3 साल तक आसानी से कर सकते हैं।
सुझाव एवं समीक्षा (Suggestions and reviews for mango pickle recipe or aam ka achar kaise banaye)
आम का अचार बनाने के लिए पूरी तरह से तैयार कच्चे आम का प्रयोग करना बेहतर होता है जिसकी गुठली काफी सख्त होती है। यह आम अचार को लंबे समय तक बिना खराब किए रह सकता है। अचार में तेल डालने के पहले तेल को पूरी तरह से ठंडा करने के बाद ही अचार में डालना चाहिये।अचार में डाले जाने वाले मसालों को बिल्कुल बारीक ना पीसें बल्कि थोड़ा दरदरा ही रखें।
स्वाद (Taste) – खट्टा चटपटा
परोसने के उत्कृष्ट तरीके (Best ways of serving of aam ka khatta achar)
आम के अचार को चावल, रोटी या पराठे किसी भी भोजन के साथ साइड डिश के रूप में परोसा जाता है।
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